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निफ्टी शिखर से 10% नीचे सेंसेक्स 2 महीने से भी कम समय में 8000 अंक कमजोर | Nifty Down 10% From Peak



निफ्टी शिखर से 10% नीचे सेंसेक्स 2 महीने से भी कम समय में 8000 अंक कमजोर।

 

Nifty और Sensex में हाल ही में देखी गई गिरावट से निवेशकों में चिंता का माहौल बना हुआ है। पिछले 2 महीनों में Nifty अपने शिखर से 10% और Sensex करीब 8,000 अंक गिर चुका है। यह गिरावट कई आर्थिक और वैश्विक कारणों का परिणाम है, जो शेयर बाजार को प्रभावित कर रहे हैं। अब सवाल यह उठता है कि क्या हम बियर मार्केट की तरफ बढ़ रहे हैं?


बियर मार्केट क्या होता है?

बियर मार्केट का मतलब है जब किसी इंडेक्स (जैसे कि Nifty या Sensex) या शेयर में अपने हालिया शिखर से कम से कम 20% की गिरावट आती है और यह गिरावट लंबे समय तक बनी रहती है। इसे मंदी का संकेत माना जाता है, जहां निवेशकों में निराशा और भय का माहौल होता है, और वे अधिकतर शेयरों को बेचने की ओर रुख करते हैं।


क्या यह बियर मार्केट की शुरुआत है?

1. अभी तक पूर्ण बियर मार्केट नहीं: Nifty में अभी केवल 10% की गिरावट हुई है, जो इसे तकनीकी रूप से बियर मार्केट में नहीं लाती है। बियर मार्केट मानने के लिए 20% की गिरावट आवश्यक है।

  

2. वॉल्यूम और ट्रेडिंग डेटा: बाजार के वॉल्यूम और ट्रेडिंग डेटा से संकेत मिल सकता है कि क्या बिकवाली जारी रहेगी या निवेशक वापस खरीदारी करेंगे। अगर वॉल्यूम अधिक बिकवाली का समर्थन करता है, तो यह संकेत हो सकता है कि गिरावट जारी रह सकती है।


3. वर्तमान वैश्विक हालात: वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी का खतरा, महंगाई, ब्याज दरों में बढ़ोतरी और ऊर्जा संकट जैसी समस्याएं हैं। इनसे भारतीय बाजार पर भी दबाव पड़ता है। अमेरिका, यूरोप और चीन की आर्थिक स्थिति और प्रमुख केंद्रीय बैंकों के फैसले, भारतीय शेयर बाजार की चाल को प्रभावित कर सकते हैं।


निवेशकों के लिए सुझाव

1. सावधानी से निवेश करें: इस समय छोटे और मध्यम निवेशकों के लिए नई खरीदारी करने में सतर्कता बरतनी चाहिए। ऐसी कंपनियों में निवेश करें जिनकी फंडामेंटल स्थिति मजबूत हो।

  

2. मुद्रास्फीति और ब्याज दरों पर नजर रखें: मुद्रास्फीति के बढ़ते स्तर और रिजर्व बैंक की ओर से ब्याज दरों में बढ़ोतरी का असर बाजार पर पड़ सकता है, इसलिए आर्थिक संकेतकों का ध्यान रखना जरूरी है।

  

3. डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो बनाए रखें: एक ही सेक्टर में अधिक निवेश करने के बजाय विविध क्षेत्रों में निवेश करें, ताकि जोखिम को कम किया जा सके।


निष्कर्ष

मौजूदा गिरावट चिंताजनक जरूर है, लेकिन इसे सीधे बियर मार्केट कहना जल्दबाजी होगी। अगर बाजार में अगले कुछ हफ्तों में रिकवरी नहीं होती और वैश्विक संकेत नकारात्मक बने रहते हैं, तो संभव है कि हम और गिरावट देख सकते हैं।

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